TradeNivesh : शेयर बाजार लगातार सातवें दिन गिर कर बंद हुए. शुक्रवार को पूरे दिन प्रमुख सूचकांकों पर दबाव बना रहा. दोपहर में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स करीब 365 अंक तक गिर गया था. हालांकि, अंतिम घंटे में शॉर्ट कवरिंग से बाजार को काफी सपोर्ट मिला. सटोरियों ने पावर, एनर्जी और सरकारी बैंकों के शेयर खरीदे.
कारोबार खत्म होने पर बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 67.27 अंक यानी 0.19 फीसदी गिरकर 35,808.95 पर बंद हुआ. सात दिनों में सेंसेक्स 1165 अंक गंवा चुका है. एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी50 भी 21 अंक यानी 0.20 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार के अंत में 10,724.40 पर रहा.
बिकवाली का ज्यादा दबाव फार्मा, सरकारी बैंक, ऑटो और मीदिया कंपनियों के शेयरों पर रहा. ब्रोकरों का कहना है कि विदेशी फंडों ने फिर से बिकवाली शुरू कर दी है. इससे भी बाजार पर दबाव बढ़ गया. डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी का असर भी बाजार के सेंटिमेंट पर पड़ा.
चढ़ने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, एनटीपीसी, पावरग्रिड, ओएनजीसी, आरआईएल, एलएंडटी, टाटा मोटर्स और कोल इंडिया प्रमुख रहे. बीपीसीएल के शेयर में 3 फीसदी से अधिक मजूबती आई. गिरने वाले सन फार्मा, टाटा स्टील, वेदांता, हीरो मोटोकार्प, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी और मारुति शामिल रहे. इनमें 3.94 फीसदी तक की गिरावट आई.
विदेशी फंडों की बिकवाली जारी है. शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, उन्होंने गुरुवार को शुद्ध रूप से 250 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1225 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों को खरीद कर बाजार को काफी सहारा दिया.
वैश्विक बाजार में क्रूड ऑयल में तेजी का असर रुपये पर पड़ा है. शुक्रवार को कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले एक समय रुपया 28 पैसे गिरकर 71.44 के स्तर पर आ गया था. ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 65 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. क्रूड की कीमतों में तेजी भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है.
कारोबार खत्म होने पर बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 67.27 अंक यानी 0.19 फीसदी गिरकर 35,808.95 पर बंद हुआ. सात दिनों में सेंसेक्स 1165 अंक गंवा चुका है. एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी50 भी 21 अंक यानी 0.20 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार के अंत में 10,724.40 पर रहा.
बिकवाली का ज्यादा दबाव फार्मा, सरकारी बैंक, ऑटो और मीदिया कंपनियों के शेयरों पर रहा. ब्रोकरों का कहना है कि विदेशी फंडों ने फिर से बिकवाली शुरू कर दी है. इससे भी बाजार पर दबाव बढ़ गया. डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी का असर भी बाजार के सेंटिमेंट पर पड़ा.
चढ़ने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, एनटीपीसी, पावरग्रिड, ओएनजीसी, आरआईएल, एलएंडटी, टाटा मोटर्स और कोल इंडिया प्रमुख रहे. बीपीसीएल के शेयर में 3 फीसदी से अधिक मजूबती आई. गिरने वाले सन फार्मा, टाटा स्टील, वेदांता, हीरो मोटोकार्प, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी और मारुति शामिल रहे. इनमें 3.94 फीसदी तक की गिरावट आई.
विदेशी फंडों की बिकवाली जारी है. शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, उन्होंने गुरुवार को शुद्ध रूप से 250 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1225 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों को खरीद कर बाजार को काफी सहारा दिया.
वैश्विक बाजार में क्रूड ऑयल में तेजी का असर रुपये पर पड़ा है. शुक्रवार को कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले एक समय रुपया 28 पैसे गिरकर 71.44 के स्तर पर आ गया था. ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 65 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. क्रूड की कीमतों में तेजी भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है.
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